Ovulation-ओवुलेशन पेरियड के कितने दिन बाद होता है।
जो महिलाए प्रेग्नन्ट होना चाहती है या प्रेग्नन्सी कसीव करने के सही समय के बारे मे जानना चाहती है तो उससे पहले Ovulation को समझना सबसे जरूरी है।
What is Ovulation-
मासिक चक्र के मध्य 4 दिन पहले और चार दिन बाद ovulation शुरू होता है। महिलाओ के मासिक चक्र मे ovulation सबसे अहम शब्द है। जब ओवरी मे एग रेलीज़ होता है तब Ovulation होता है। ओवरी मे अंडे के रिलीज होने पर वह स्पम से मिल कर फर्टलाइज़ होता है, फर्टलिज़ैशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही आप गर्भवती होती है।
फर्टलाइज़ विंडो 6 दिन की होती है। इसमे ovulation वाला दिन और एग रिलीज होने के बाद स्पर्म के प्रजनन मार्ग मे रहने वाला 6 दिन शामिल है। ये वही पीरीअड होता है जब सेक्स करने से गर्भधारण हो सकता है।
इसे आसान भाषा मे समझते है।।
ओवुलेशन mamaworlds को जानना सबसे जरूरी है,यही वह समय है जब प्रेग्नन्सी कनसीव होने के 100% चांस होता है,अगर आप किसी तरह की बीमारी से न जूझ रहे हो। आमतौर पर ओवुलेशन 28 दिनों के मासिक धर्म चक्र मे 14 वे दिन के आसपास होता है। ज्यादातर देखा गया है सब महिलावों मे मासिक चक्र अलग- अलग होता है 28 दिन से लेकर 40 दिन तक का आपका मासिक cycle हो सकता है।
जिन महिलावों का मासिक चक्र 28 दिन का होता है वे 14 वे दिन आव्युलेट करती है और जिनका 35 या 36 दिन का होता है, वह 21 वे दिन आव्युलेट करती है।
ओवुलेशन के लक्षण-( Ovulation Symptoms In Hindi)
कुछ ऐसे लक्षण है जिनकी मद्दत से इस बात की पुष्टि की जा सकती है की एक महिला का अंडाशय ओवुलेशन की क्रिया से गुजर रहा है। इसके कुछ मुख्य लक्षण है
- पेट के निचले हिस्से मे हल्का दर्द और एथन होना
- इनर्कॉर्स करने की इच्छा बढ़ना
- योनि मे सूजन आना
- शरीर के तापमान मे परिवर्तन
- सिर मे दर्द होना
- कभी-कभी जी मिचलना
- प्राइवेट पार्ट से सफेद,पतला,चिकना और साफ निकलना
फर्टिलिटी विंडो क्या है- Fertility Window Kya hai
अगर आप गर्भधारण कर रही है तो आपको पता होना चाहिए आप कब ovulate करेंगी,इससे आपको काफी मद्दत मिलेगी। ovulation पीरीयड 12 से 28 घंटों का होता है।
हालांकि, स्पर्म महिला प्रजनन मार्ग मे 72 घंटों से अधिक जीवित नहीं रह सकते,आप ovulate करने से 5 दिन पहले और ovulate करने के एक दिन बाद प्रेग्नन्ट हो सकती है।
फर्टिलिटी विंडो उस समय को कहते है जब महिला के गर्भधारण करने की संभावना सबसे अधिक होती है।
किन बातों का ध्यान रखना है ovulation के समय- Things to keep in mind after Ovulation In Hindi
Ovulation के बाद कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है।ओवुलेशन के बाद अंडा fertilization होने के लिए तैयार हो सकता है,इसके लिए समय बहुत कम होता है। इसलिए प्रेग्नन्ट होने के लिए ओवुलेशन के 2 से 3 दिन पहले ही आपको शारीरिक संबंध बनाना शुरू कर देना चाहिए।
स्पर्म गर्भाशय मे 2 से 3 दिनों तक जीवित रहता है,इसलिए कुछ दिनों पहले intercourse करने से प्रेग्नन्सी की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। इससे गर्भाशय मे पहले से मौजूद स्पर्म अंडा के बाहर निकलते ही उसे फर्टलाइज़ कर देता है।
Ovulation का सटीक समय जानने के लिए आप मार्केट मे उपलब्ध ओवुलेशन स्ट्रिपस का उपयोग कर सकती है इससे आपको पहले ही पता चल जाएगा आप कब आव्युलेट करने वाली है। जिसकी मद्दत से आप अपने प्रेग्नन्सी को आसानी से प्लान कर सकती है।
सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले प्रश्न ?
ओवुलेशन कितने दिन तक रहता है?
ओवुलेशन महीने मे एक बार होता है और लगभग 24 घंटे तक रहता है। अगर 12 से 24 घंटों तक निषेचित नही किया गया तो अंडा मर जाएगा। ओवुलेशन के पहले और बाद के दिनों मे आपके गर्भवती होने की सबसे अधिक संभावना होती है।
ओवुलेशन हर महीने कितने समय तक चलता है-How long does Ovulation last each month?
हर महीने एक सामान्य ओवुलेशन चक्र लगभग 24 घंटे तक रहता है। अगर अंडा इस समय मे निषेचित नही होता है तो मर जाता है। और लगभग 2 हफ्तों बाद मासिक धर्म शुरू हो जाता है।
गर्भधारण कहा होता है?
गर्भधारण फैलोपियन ट्यूब मे होता है आपके गर्भाशय मे नहीं।
Periods के कितने दिन बाद एग बनते है-How many days after periods Egg is Formed In Hindi?
Periods होने के बाद ovulation होना निश्चित है,इसके लिए आपको अपने मासिक चक्र के बारे मे पता होना चाहिए,ओवुलेशन के समय एक अंडा महिला के अंडाशय द्वारा फैलोपियन ट्यूब मे प्रवेश करता है।